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लेखनी प्रतियोगिता -15-Nov-2022

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            शीर्षक :- पत्नी और पडौ़सन
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 आफिस छूटते ही रमेश अपने दोस्त रवि से बोला," चल कॉफी पीते हैं।"

   नहीं यार, बस दो मिनट रुक, हाथ का काम निपटा लूँ, फिर चलते हैं रवि बोला।

इतने में रवि  का मोबाइल बज उठा, रवि ने देखा और डिस्कनेक्ट कर दिया।

° किसका कॉल था..??  रमेश ने पूछा

      "होम मिनिस्टर पत्नी जी के अलावा किसका हो सकता है इस वक़्त..?? सुबह से ही फरमाइश दाग दी गई थी की शाम को घर आओ तो पनीर लेते आना और अब तक तीन बार याद दिला चुकी है.।"
      
          "तो फोन उठाकर बोल दे ना की ले आऊँगा।"

           बोल दिया यार फिर भी फोन पर फोन किये ही जा रही है, उसकी नज़र में मैं ना.. दुनिया का सबसे बड़ा भुलक्कड़ पति हूँ..!!

° सही तो सोचती हैं भाभी जी "  . चिढ़ाते हुए  रमेश ने कहा।

       "तू भी ना..?? चल अब जल्दी चल"

               इतना कहकर  दोनों कॉफी शॉप जाने के लिए चल दिये
इतने में फिर फोन बज उठा और रवि ने फिर काट दिया..
कॉफ़ी शॉप पहुँचते पहुँचते लगभग चार-पाँच कॉल आ चुके थे और हर बार रवि फोन काट देता।

        जब काफी शॉप पहुँचकर रवि ने दो कॉफी मंगवाई और पीते-पीते ही फिर फोन बज उठा।

        झल्लाकर रवि  ने फोन देखा और काटने ही वाला था कि अचानक उसके चेहरे पर मुस्कुराहट दौड़ आई।

° क्या हुआ..?? तेरी मुस्कान को देखकर तो ये लग रहा है की किसी गर्लफ्रैंड का फोन आया है रमेश ने शरारती अंदाज़ में छेड़ते हुए कहा..

            "वो ही समझ ले यार, पड़ोसन की कॉल आई है.. रोमांचित होते हुए मोहित ने कहा और फोन रिसीव कर लिया, और बड़े ही मोहक अंदाज़ में  जबाब भी दिया।

       हेल्लो जी क्या हाल है ?

        " हेलो जी ".पड़ोसन ने भी अदा से जवाब दिया..

      " कहिये मैडम, आज इस नाचीज़ को कैसे याद किया गया.."

        "आपसे बात करने का दिल किया और फौन कर लिया" उधर से मीठी आवाज आई।

     "ओह तो  यह बात है !"

• आप बिजी तो नहीं है ना..?? मुझे कुछ कहना कहना था आपसे?"

            बिजी..और मैं..?? नहीं तो.. बिल्कुल भी नहीं! और आपके लिए तो बिल्कुल भी नहीं, बस आप तो आदेश कीजिए..!! रोमांटिक होकर  रमेश की तरफ देख आँख मारकर कॉफ़ी का सिप लेते हुए!"

• आपके आसपास कोई है तो नहीं ना..?? बिल्कुल धीमी आवाज़ में..

     "नहीं..नहीं जी, दूर-दूर तक कोई भी नहीं है..आप तो बिल्कुल बिहिचक, बेझिझक और बिंदास होकर कहिये!"

• मैं आपसे ना.. बोलते बोलते वो रुक गई..

   "हाँ.. हाँ.. बोलिये ना, शरमा क्यों रहीं हैं आप..??"

• ना..ना..मैं शरमा नहीं रही.. मैं तो आपसे ये कह रही थी कि..आपकी जान और प्यारी पत्नी जी आपसे कुछ कहना चाहती है.. लीजिए बात कीजिए भाभीजी से..

         इतना कहकर उसने फोन  पत्नी  को पकड़ा दिया..

इतना सुनना था कि  रवि के पसीने छूट गए, किसी तरह संभल कर पत्नी के बोलने से पहले ही रवि हकलाते हुए बोला, ह..ह..हेलो, म..म....मैं प..प....पनीर ल..ल...लेकर बस घर आ ही रहा था मैं पनीर वाले की दुकान से अभी निकला हूँ।..

       दूसरी तरफ से उसकी पत्नी की दाँत  पीसती हुई आवाज सुनाई दी.." मैं तो ये कह रही थी डार्लिंग .. कि अब घर आओ ना.. तो पनीर के साथ-साथ आयोडेक्स, डेटॉल और सर्जिकल कॉटन भी लेते आना। समझ में आगया होगा  घर आकर मत बोलना मै भूल गया था।

       अब रवि काफी पीना भूल चुका था उसे अपनी आँखौ के सामने पत्नी का भयानक चेहरा नजर आरहा था। 

        उसको काफी जहर लगरही थी। उसे क्या मालूम था कि उसकी पडौ़सन उसकी कबकघ दुश्मनी निकाल रही है।

    उसको सिक्के के दोनों पहलू  एक जैसे  ही नजर आरहे थे उसे पत्नी से ज्यादा अपनी पडौ़सन खतरनाक नजर आरही थी।

आज की दैनिक प्रतियोगिता  हेतु रचना

नरेश शर्मा "पचौरी"

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3 Comments

Bahut khoob 💐🙏

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Gunjan Kamal

16-Nov-2022 08:05 AM

बहुत सुंदर

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shweta soni

15-Nov-2022 08:55 PM

👌👌👌

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